दस साल की बड़ी गलती
दस साल की बड़ी
गलती
एक लुटेरा सब पे भारी
चली आंधी
जब देश में इनकी, लोगों
ने तब यह सोचा था,
वक़्त बदल
जाएगा भैया, देश
के लिए यह एक मौका
था।
किसको खबर
थी ये तो, सबसे बड़े
चोर निकलेंगे,
धोखा देकर
जनता को और उन्हीं को
खूब तरह से लूटेंगे।
कांग्रेस में थे जो लोटेरे,
उनको भी साथ मिलाया है,
उन सबको
मिलाकर बीजेपी को,
लुटेरों की पार्टी
बनाया है।
पांच साल पहले चुनाव जीतने के लिए, अपने ही सिपाही
मरवा दिए,
उनकी सुरक्षा के लिए उनके मांगने पर भी पांच जहाज
नहीं दिए।
चार सौ
किलो RDX लेकर घूम
रहे थे शहरों
में,
पता नहीं लगा पाई सरकार हमारी, सो रहे थे दीवारों में।
जनता को
मूर्ख बनाया, शहीदों
की शहादत के
नाम पे,
वोट मांगने जनता से, बेशर्मों वाले सब काम किए।
पांच साल
तक यह ढूँढ नहीं पाए,
अब तक उन शैतानों को,
निकम्मी सरकार यह
है हमारी, देख
लो इनके कारनामों
को।
वोट मांगने
के लिए यह, करते हैं
सबको बदनाम,
हिन्दू-मुस्लिम शुरू हो जाते हैं, हर बार लेकर
प्रभु का नाम।
फूट डाल
कर भाइयों में
ये, अपने मजे
उड़ाते हैं,
जनता की
मेहनत का पैसा,
ऐसे ये लूटके
ले जाते हैं।
तरक्की के
नाम पे ये सारा पैसा,
अपने दोस्तों में
लूटाते हैं,
और नौकरियों
के नाम पे जनता को,
ये ठेंगा दिखलाते
हैं।
अगर कोई
इनसे हिसाब मांगे
तो, उसको जेल
भिजवाते हैं,
हर तरह
के झूठे मुकदमे,
उनपे ये लगवाते
हैं।
समय आ
चुका है इनका,
अब वापस घर जाने का,
जेलों के
दरवाजे सब खोल दो, वहीं
पे इनको भिजवाने
का।
साथ भेजना
उन सबको जो,
चोर साबित हो
चुके,
अब न सहेंगे इनकी गंदी राजनीति को, अब सब देशवासी इनसे हैं थक चुके।
वक़्त आ
चुका है इस देश की,
राजनीति को बदलने
का,
मत करना कोई बेवकूफी, अब सबको मिलकर काम करने का।
तब यह
देश बढ़ेगा आगे,
मिलकर जिसे हम सब बनाएंगे,
सबकी खुशहाली
के खातिर, सबको
आगे बढ़ाएंगे।
जात-पात
के बंधन से,
हम देश को अब छुड़वाएंगे,
खुशहाली इस देश की खातिर,
सब मिलकर नया
देश बनाएंगे।
by
Rakesh K Sharma
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